Sunil Khandbahale
कोऽहम् - अर्थात् ’मैं कौन?’ यह मूलभूत प्रश्न हमारे जीवन के किसी न किसी चरण में, किसी न किसी कारणवश, बार-बार दस्तक देता है।परंतु इसके विपरीत, हम स्वयं को छोड़कर बाहरी पदों-पदार्थों के अध्ययन में ही व्यस्त रहते हैं और अपने ’स्वयं’ का अध्ययन करना टलता ही जाता है।यदि मनुष्य अपने वास्तविक स्वरूप को पहचान ले, तो न केवल उसका जीवन, बल्कि समस्त प्राणिमात्र का जीवन अधिक सुंदर और सुखमय हो सकता है।आइए, कोऽहम् - अर्थात् ’मैं कौन?’ को सरल शब्दों में, मानचित्रों के माध्यम से समझने का प्रयास करें...